युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे पता नही था की किमत चेहरों की होती है.
नाकाम मोहबत्त भी बड़े काम की होती है दिल मिले ना मिले इलज़ाम जरुर मिल जाता है.
उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों में कैसे बयान करें वो रहता दिल में धडकता दर्द में और बहता अश्क में.
मजा चख लेने दो उसे गेरो की मोहबत का भी, इतनी चाहत के बाद जो मेरा न हुआ वो ओरो का क्या होगा.
एक याद है तेरी जो सम्भाली नहीं जाती,एक क़र्ज़ लिया जो अदा हो नहीं सकता.
जानते हो महोब्बत किसे कहते हैं किसी को सोचना, फिर मुस्कुराना और फिर आसू बहाते हुए सो जाना.
हम भी अक्सर फूलों की तरह तनहा रह जाते है कभी खुद टूट जाते हैं कभी लोग तोड़ जाते है.
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा ,जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.
जिन्दगी भी आजकल जुदा जुदा सी लगती है साँस भी लू तो कमबख्त जख्मो को हवा लगती है.
तुझे झूठ बोलना हमने ही सिखाया है तेरी हर बात सच मान कर.
तुम्हे क्या पता किस दौर से गुजर रहा हूँ मैं कहने को तो ज़िंदा हूँ मगर मौत से गुज़र रहा हूँ मैं.
हिचकियाँ आने पर अब ये वहम छोड़ दिया है मैंने कि कोई याद कर रहा है.
सारी दुनिया को छोड़ तुझे अपना बनाया था करोगे सदियों तक याद कि किसी ने दिल लगाया था.
प्यार भी हम करें, इन्तजार भी हम, जताये भी हम और रोयें भी हम.
तूने फेसले ही फासले बढाने वाले किये थे, वरना कोई नहीं था, तुजसे ज्यादा करीब मेरे.
लुट लेते है अपने ही वरना, गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है.
मालूम था मुझे वो न मेरी थी न कभी होगी बस एक शौक था उसके पीछे जिन्दगी बर्बाद करने का.
जब मैं आपको बताता हूं कि मैं आपसे प्यार करता हूं, मैं इसे आदत से नहीं कह रहा हूँ, मैं आपको याद दिला रहा हूं कि आप मेरी जिंदगी हैं.
सुनो ना हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें, रहम तो आता होगा.
सुना है खुदा के दरबार से कुछ फरिश्ते फरार हो गये कुछ तो वापस चले गये और कुछ हुमारे यार हो गये.